कई मोड़ों की है मेरी कहानीरास्तों में कड़ी धूप की है मेरी कहानीबात बहुत लंबी है पर रात है छोटीकहॉं तक सुनिएगा आप मेरी कहानीशबाब पर है आज की शामलबों के मुंतिजर हैं हाथों के जामआज अब रहने देंफिर कभी सुन लीजिएगा बाकी कहानी
मथुरा कलौनी
कुछ शब्दों में बहुत कुछ बोलने वाली कविता
Hmmm ...
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कुछ शब्दों में बहुत कुछ बोलने वाली कविता
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